बहुत बढ़िया!
waah
बीच की राह खोजने मं तो सभी तबाह हैं जी!अच्छी राह!सच्ची राह!!हम भी यही कामना करते हैं!बनी रहे टेक!
पल्लवन, पुष्पन और फलन की ओर ले जानेवाली राह दिखाती कविता और फ़ोटो!--कह रहीं बालियाँ गेहूँ की - "मेरे लिए,नवसुर में कोयल गाता है - मीठा-मीठा-मीठा!" -- संपादक : सरस पायस
हाँ, यह है लघु-विराट ! लिंक विदिन का रिलेटेड विजेट ठीक कविता के नीचे आपकी किसी प्रविष्टि में ’बच्चन’ का चित्र दिखा रहा है - "राह पकड़ तूँ एक चला चल ..."
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5 टिप्पणियां:
बहुत बढ़िया!
waah
बीच की राह खोजने मं तो
सभी तबाह हैं जी!
अच्छी राह!
सच्ची राह!!
हम भी यही कामना करते हैं!
बनी रहे टेक!
पल्लवन, पुष्पन और फलन की ओर ले जानेवाली राह दिखाती कविता और फ़ोटो!
--
कह रहीं बालियाँ गेहूँ की - "मेरे लिए,
नवसुर में कोयल गाता है - मीठा-मीठा-मीठा!"
--
संपादक : सरस पायस
हाँ, यह है लघु-विराट !
लिंक विदिन का रिलेटेड विजेट ठीक कविता के नीचे आपकी किसी प्रविष्टि में ’बच्चन’ का चित्र दिखा रहा है - "राह पकड़ तूँ एक चला चल ..."
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