आज साल २०११ का अंतिम दिन..दिन भी कहाँ..अब शाम रात होने की ओर अग्रसर है। कल से नया साल..नए साल का पहला दिन। माना कि बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी फिर भी ..आएगा अच्छा समय विश्वास है..। नए साल पर 'कर्मनाशा' के सभी मित्रों को शुभकामनायें - मुबारकबाद !
(चित्र : एम०जी० क्रिएशंस के शुभकामना संदेश से साभार)
नए साल पर..
नए साल पर..
सर्दियां आ गईं सुस्ताइए,
धूप को ओढिए बिछाइए।बर्फ़ के बेदाग़ सफे पर अपना,
नाम लिखिए और भूल जाइए.
फिर भी खुशियां बांटिए ग़म खाइए।
आएगा अच्छा समय विश्वास है,
बस इसी विश्वास में रम जाइए।
प्यार का एहसास एक अलाव है,
आग अपने प्यार की सुलगाइए।
हो मुबारक आपको यह साल !
कम से कम इस साल मत भरमाइए।
6 टिप्पणियां:
Aha ! :-)
बर्फ पर उस ने बहुत कुछ लिख रखा है कोई पढ़ने वाला चाहिए .... हेप्पी न्यू ईयर .
आपको नव-वर्ष 2012 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
माना सचमुच ज़िंदगी है रंजोग़म,
फिर भी खुशियां बांटिए ग़म खाइए।
Happy New year..
happy new year..nice poem :)
Welcome to मिश्री की डली ज़िंदगी हो चली
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