रविवार, 3 मई 2009

रविवासरीय संवाद


* आज क्या है?
** रविवार ॥संडे?

* और कुछ नहीं?
** क्या मतलब?

* रविवार ..संडे के अलावा... आज और क्या है?
** और क्या हो सकता है?

* क्यों क्या दिन केवल नाम भर होता है?
** नहीं।

* तो आज क्या है? रविवार ..संडे के अलावा... ?
** सोचा नहीं।

* क्यों?
** क्योकि आज छुट्टी है ॥ रविवार संडे ..

* सोचने की भी छुट्टी?
** नहीं?

* नहीं.
** तो फिर?

* फिर क्या?
** कुछ नही ॥ आज रविवार है.. संडे..

* ओह ! तो तुम्हें पता है कि आज क्या है?
** क्या है आज?
* रविवार .. संडे .. और क्या !

1 टिप्पणी:

Pramendra Pratap Singh ने कहा…

ओह आह के साथ वाह