मेरे आँगन में कागा बोलता है,सन्देशा सुख का कोई ला रहा है।
परिंदा बेसबब बेचैन ना है कोई पहलू से उठ कर जा रहा है
:) Aap ka matla to hai hi achcha Parul ka sher quabil-e-gaur hai.
अभी अभी एक चीख उभरी हैमासूम पर कोई जुल्म ढा रहा है
खग जानै खगही कर भाषा बडे भईया. हमें तो शेर-चीतों से डर लगता है.
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5 टिप्पणियां:
मेरे आँगन में कागा बोलता है,
सन्देशा सुख का कोई ला रहा है।
परिंदा बेसबब बेचैन ना है
कोई पहलू से उठ कर जा रहा है
:) Aap ka matla to hai hi achcha Parul ka sher quabil-e-gaur hai.
अभी अभी एक चीख उभरी है
मासूम पर कोई जुल्म ढा रहा है
खग जानै खगही कर भाषा बडे भईया. हमें तो शेर-चीतों से डर लगता है.
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