tag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post5419836078943900772..comments2023-09-21T14:42:20.438+05:30Comments on कर्मनाशा: 'रसिया को नार बनाओ री'...........siddheshwar singhhttp://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-50517584932794454582008-09-14T15:42:00.000+05:302008-09-14T15:42:00.000+05:30बड़ी बहन कल्पनाजी के बारे में पढ़ कर आनंदित हूँ.कल्प...बड़ी बहन कल्पनाजी के बारे में पढ़ कर आनंदित हूँ.कल्पना दीदी ने लम्बी यात्रा की है . मामा साहब मैरिस कॉलेज लख़नऊ में रहे और पेशे से इंजीनियर थे. देवास रियासत में मुलाज़िम रहे तब सान्निध्य मिला सुरों के बादशाह और तबियत से परशुराम उस्ताद रज्जब अली ख़ाँ साहब का. दोस्ती थी कुमार गंधर्व से जो उन दिनो क्षय रोग से पीड़ित थे.मित्र को मुम्बई से अपने साथ इन्दौर ले आए. कल्पनाजी सहित चार बेटियाँ थीं घर में सो पत्नी ने कहा कि जनश्रुति है कि टीबी का मरीज़ घर में हो तो वह रोग जानलेवा हो सकता है , अपने यहाँ तो चार बच्चियाँ हैं.मामा साहेब बोले दोस्त बचे और अपनी बच्चियों की जान भी चले जाए तो क्या हर्ज़ है ,कुमार तो मेरे साथ ही रहेगा.फ़िर कुमारजी स्वास्थ्य लाभ के लिये देवास बस गए.<BR/><BR/>कल्पना जी आकाशवाणी संगीत प्रतियोगिता के शास्त्रीय गायन एवं सुगम संगीत दोनो विधाओं की स्वर्ण-पदक विजेता है.दो बार सवाई गंधर्व संगीत समारोह (पुणे) में शिरक़त कर चुकीं है.पं.भीमसेन जोशी द्वारा अपनी दिवंगत पत्नी की स्मृति में स्थापित प्रथम वत्सलाताई जोशी पुरस्कार से नवाज़ी जा चुकीं हैं.और हाँ एक ख़ास बात जो उनकी वैबसाइट पर न हों...वीर शिवाजी पर एकाग्र संगीत नाटक में संगीतकार सी.रामचंद्र के लिये गा चुकीं हैं. एक ग़ज़ल कम्पोज़िशन का ट्रेक जो संगीतकार मदनमोहन जी द्वार तैयार था जिस पर शब्द - रेकॉर्ड न हो सके थे.आकाशवाणी इन्दौर द्वारा मदन जी पर तैयार किये गए एक कार्यक्रम में उस ट्रेक पर भी आवाज़ दे चुकीं हैं कल्पनाजी यानी एक तरह से मदनमोहन (मदनजी और अनिल विश्वास तो क्या ख़ूब गातीं हैं वे)के लिये भी गाया है उन्होंने.<BR/><BR/>बस एक ही बात है...जो कल्पनाजी के पास नहीं,किसी बड़े शहर की ऐसी पृष्ठभूमि नहीं जहाँ से आज के ज़्यादातर कलाकार आ रहे हैं और सादगी और गरिमा की प्रतिमूर्ति मेरी इस सुरीली बहन को नये ज़माने के मंचीय गिमिक्स नहीं आते ...लेकिन सिध्दु दा मुझे कल्पना दीदी के तप,पिता-गुरू के शुभाशीष और परमात्मा पर भरोसा है...बस तारीख़ नहीं बता सकता लेकिन ये होगा कि हम किसी अख़बार में पढ़े...देश की ख्यात गायिका कल्पना झोकरकर ने जमा दिया गायकी का रंग.संजय पटेलhttps://www.blogger.com/profile/04535969668109446884noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-59842668795836134012008-09-12T21:05:00.000+05:302008-09-12T21:05:00.000+05:30बहुत ही सुन्दर संगीत सुनवाया आपने इसके लिए आपका धन...बहुत ही सुन्दर संगीत सुनवाया आपने इसके लिए आपका धन्यवाद।PREETI BARTHWALhttps://www.blogger.com/profile/07147371640692507101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-83727196347467006992008-09-12T13:50:00.000+05:302008-09-12T13:50:00.000+05:30उत्तम संगीत बाऊजी!उत्तम संगीत बाऊजी!Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-62899070407161570832008-09-11T23:46:00.000+05:302008-09-11T23:46:00.000+05:30रसिया को नार बनाओ री ......वाह सिद्धेश्वर जी आपने ...रसिया को नार बनाओ री ......वाह सिद्धेश्वर जी आपने रसार्द्र कर दिया. कभी मेरे ब्लॉग पर भी आयें....http://kavitavarta.blogspot.comएस. बी. सिंहhttps://www.blogger.com/profile/09126898288010277632noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-71169394182280239862008-09-11T23:21:00.000+05:302008-09-11T23:21:00.000+05:30गुरुदेव !! कुछ कहूँगा नहीं ..... उस स्थिति में नह...गुरुदेव !! कुछ कहूँगा नहीं ..... उस स्थिति में नहीं हूँ .... दया बनी रहे ... बस.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-60603859590286073482008-09-11T22:57:00.000+05:302008-09-11T22:57:00.000+05:30परमानन्द आ गया साहब।पहले "राधे रानी..." सुना और फि...परमानन्द आ गया साहब।<BR/>पहले "राधे रानी..." सुना और फिर रसिया।<BR/>इस अलबम के बाकी रसिया भी सुनवाइये।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-33380415772003511442008-09-11T21:33:00.000+05:302008-09-11T21:33:00.000+05:30तीनों एक साथ सुने। यह भी अद्भुत है। आप सचमुच सिद्ध...तीनों एक साथ सुने। यह भी अद्भुत है। आप सचमुच सिद्ध हैं।महेनhttps://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-1780595588834975652008-09-11T21:18:00.000+05:302008-09-11T21:18:00.000+05:30आपने तो अभिभूत ही कर दिया सिद्धेश्वर जी !इतनी मर्म...आपने तो अभिभूत ही कर दिया सिद्धेश्वर जी !इतनी मर्मस्पर्शी बंदिशें सुनवाने के किए हार्दिक बधाई !आपकी पसंद स्तरीय है ! सुधी श्रोता ही तो गायक का अन्तिम सत्य है !ललितमोहन त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00016270901781656893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-54174212323641227962008-09-11T18:44:00.000+05:302008-09-11T18:44:00.000+05:30bahut pasand kii cheez ...bahut pasand kii cheez ...पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.com