tag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post5313281764384936919..comments2023-09-21T14:42:20.438+05:30Comments on कर्मनाशा: पहली पहली पाती : सुन मेरे बन्धु ,पढ़ मेरे साथीsiddheshwar singhhttp://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-33380427833994317742007-11-29T17:50:00.000+05:302007-11-29T17:50:00.000+05:30आते ही धमाल ? कमाल है भाई सच मे कमालआते ही धमाल ? कमाल है भाई सच मे कमालबसंत आर्यhttps://www.blogger.com/profile/15804411384177085225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-14112580263484849602007-11-24T16:49:00.000+05:302007-11-24T16:49:00.000+05:30पांव लागी जवाहिर चा। ब्लाग की बधाईभतीजा शिरीषपांव लागी जवाहिर चा। ब्लाग की बधाई<BR/>भतीजा शिरीषशिरीष कुमार मौर्यhttps://www.blogger.com/profile/05256525732884716039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-4819774089027946452007-11-22T22:52:00.000+05:302007-11-22T22:52:00.000+05:30न बंधु, किया हुआ कुछ भी अकारण नहीं जाता। यह बात अ...न बंधु, किया हुआ कुछ भी अकारण नहीं जाता। यह बात अलग है कि अक्सर आंकना मुश्किल होता है कि कुछ सार्थक कर भी पाए या नहीं। लेकिन अगर बीज बोया है तो बिरवा तो उगेगा ही। जरूरी बात है मिट्टी गोङना, खरपतवार निकालना और बीज डालना।दीपा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/12130328147834660274noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2097828634419081863.post-53339739242117500462007-11-21T19:10:00.000+05:302007-11-21T19:10:00.000+05:30सुबह भी मैंने एक टिप्पणी लगाने की कोशिश की थी। पता...सुबह भी मैंने एक टिप्पणी लगाने की कोशिश की थी। पता नहीं क्या हुआ। अच्छी शुरुआत है। कर्मनाशा को लेकर प्रचलित किम्वदंतियों और लोकगाथाओं को भी जल्दी लगाओ दोस्त।Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.com